अभी तो साथ भी नहीं छोड़ा था
रज़ाई की गर्माहट ने
कि खुसबू coffee की
हमे जगाने लगी
अभी तो अंगड़ाई भी नहीं भरी थी
भोरकी हमने
शरारती यादो ने हमें
फिर बाहों में कस लिया
अभी तो निंदो ने पलको को
ठिकसे अलविदा भी नहीं कहा था
और माथा चुम के हमारा
कोई फिर नए ख़्वाब दे गया ...
#GoodMorningJindazi
रज़ाई की गर्माहट ने
कि खुसबू coffee की
हमे जगाने लगी
अभी तो अंगड़ाई भी नहीं भरी थी
भोरकी हमने
शरारती यादो ने हमें
फिर बाहों में कस लिया
अभी तो निंदो ने पलको को
ठिकसे अलविदा भी नहीं कहा था
और माथा चुम के हमारा
कोई फिर नए ख़्वाब दे गया ...
#GoodMorningJindazi
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