Thursday, October 27, 2022

150# तो क्या करोगे...

सोचा था दर्द ए दिल की दवा करोगे
न सोचा था, दर्द ए दिल में इजाफा करोगे

सारे शिकवे शिकायते दिल से है
जो दिल ही ना रहा, तो क्या करोगे ?

कौन जाने, कल, कौन किस बात पर पछताएगा
पछतावे को जब वक़्त ना मिला, तो क्या करोगे ?

दो पल की जिंदगी, नादान दिल, कितना बैर रखोगे ?
इतना भार जो संभला ना दिल से, तो क्या करोगे ?

तुम हिसाब रखो ना रखो, जब वो हिसाब लेगा 
किसको हँसाया किसको रुलाया, तो क्या करोगे ?




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