Sunday, October 23, 2022

149# एक दिया उनके नाम का भी ...

जलाए है हमने भी दिप
एक उनके नाम जो अपने है
एक उनके जो कल तक अपने थे
एक उनके नाम का भी जलाया हमने
जो कभी अपने घर को न लोटे
एक उनके नाम का भी है
जिनका लोटने का बेसबरी से इंतेज़ार है
उस खुशी के नाम भी है जो रूठ गई
उस खुशी के नाम भी है जो आने वाली है
उस भरोसे के नाम जो टूट गया
उस उम्मीद के नाम से छूट गया
उस दोस्त के नाम जो रूठ गया
उस वक्त के नाम से रुक गया
जलाए है हमने भी दिप
एक नई सुबह एक नई सफर के नाम
एक नई आगाज़ एक नई परवाज़ के नाम... #mg 

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