Thursday, October 6, 2022

139 #मैं खामोश रहना चाहती हू

एक बात कहु तो यकीन करोगे ?
मुझे खामोशी पसंद है
तुम सोच रहे होंगे फिर बातें क्यों इतना करती हू
कुछ सवाल है मैं जानती हूं
तुम चाहते हो मुझसे करना
बस अपने बातों से उन सवालों का मुँह मोड़ती हू
ऐसा नहीं कि उन सवालों का
जवाब नहीं मेरे पास
बस उन सवालों का जवाब देना नहीं चाहती हू
अस्थाई जीवन में, यहाँ क्या है अपना
जो कुछ आज है 
शायद कल बन के रह जाए सिर्फ एक सपना
बस कुछ यादों वादों ज़ख्मो निशानियां को 
अपने दिल में
सिर्फ अपने लिए रखना चाहती हूं
ये दर्द मेरे जीवित होने के प्रमाण हैं
ये मेरे हर अच्छे बुरे के साक्ष्य हैं
मैं इन दर्द का कोई मरहम नहीं चाहती हूं
जानती हूं तुम सुन सकते हो हर शोर मेरी खामोशियों का 
शायद तभी 
तुम्हरे सीने पर रखकर सर मैं खामोश रहना चाहती हूं ... #mg 🌹

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