कभी कभी सच
आँखों के सामने होता हैं
फिर भी उसे अनदेखा कर
विवश हो जाते है झूठ चुनने को
शायद कुछ टूटने का डर
या कुछ खोने का भय
बाध्य करता है हमें
झूठ को ही सच मानने को
पर सच तो सूरज सा है
आँख बंद कर भले ही
उसे नकार दो
पर कैसे नकारेंगे उसकी तपिश को ... 💔
#TanhaDil #mg
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