जब भी
कलम उठाती हूं
तुम्हें सोचती हूं
कोरे पन्नों में
तुम्हें देखती हूं
फिर कुछ कहने को
शब्द खोजती हूं
जोड़ जोड़ तिनकों को
कविता बुनती हूं
इन्हीं आड़ी तिरछी लकीरों में
तुमसे गुफ्तगू कर लेती हूं
और लोग कहते हैं
के मैं अच्छा लिख लेती हूं ... 💞
#TanhaDil #g #uNme
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