जाने क्यों
आज मन चाह रहा है
इस मूसलाधार बारिश में
समा जाऊ मैं
ये माटी का जिस्म
माटी सा घुल जाए
न लबों पे किसी के मेरा नाम रहे
न मेरे कदमों के ही निशान
किसी को मेरे बाद मिले
जाने क्यों
आज मन चाह रहा है
इस मूसलाधार बारिश में
समा जाऊ मैं ... 💕
#TanhaDil #mg
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