कभी गिरगिट तो कभी जुगनू सी
नज़र आती हैं ज़िंदगी
कभी अपनी सी कभी बेगानी सी
नज़र आती हैं जिंदगी
जो चलते चलते ठोकर लगे
तो पाषाण सी लगती हैं जिन्दगी
जो कोई साथ हो अपना तो
आसान सी लगती हैं जिंदगी
कोशिश करती हूं रोज़ ही
सुलझाने को पहेली सी जिंदगी
फिर भी नहीं गले लगती
ये अजनबी सी जिंदगी ...
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