Thursday, March 13, 2025

158. होली

अबके होली जो आना
संग प्रीत गुलाबी लेते आना
सोला सावन बीत गए है
तुम रंग सतरंगी लेते आना
रंग पिला हल्दी सा गालो पर मलना
मांग में मेरी रंग लाल सिंदूरी भरना
शरारतों में डूबा रंग नारंगी लाना
हरने मन मेरा संग रंग हारी भी लाना
एक अबीर सिर्फ मेरे नाम का रखना
जब पिचकारी भिगोए मुझे 
तुम कुछ मर्यादा भी रखना
रंगों में भरके चमचमाती चंदा की चाँदनी
किरणे सूरज की सुनहरी लेते आना
अबकी फागुन जो आना 
खास मेरे लिए होली लेते आना...  #mg